|
काल्पनिक चित्र |
धारा 77 . का उदाहरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 77 के अनुसार, कोई भी बात अपराध नहीं है जो किसी न्यायाधीश द्वारा न्यायिक रूप से कार्य करने वाली किसी भी शक्ति के प्रयोग में किया जाता है या जिसे वह सद्भावपूर्वक मानता है कि उसे कानून द्वारा दिया गया है।
Disclaimer-भारतीय दंड संहिता (1860) से जुड़ें, कृपया लिंक पर क्लिक करें और कॉर्नर पर बने स्टार को दबा कर, लाइक शेयर और फॉलो करें हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।-धन्यवाद