धारा 245 का उदाहरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 245 के अनुसार, जो कोई, वैध प्राधिकार के बिना, 1[भारत] में विधिपूर्वक स्थापित किसी भी टकसाल से सिक्के बनाने के लिए कोई उपकरण या औजार निकालता है, तो उसे एक अवधि के लिए कारावास की सजा दी जाएगी जो बढ़ भी सकती है। उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा दी जाएगी जिसे सात साल तक बढ़ाया जा सकता है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
अपराध: गैरकानूनी तरीके से टकसाल से कोई भी सिक्का उपकरण लेना
सजा : 7 वर्ष + जुर्माना
संज्ञान: संज्ञेय
जमानत: गैर जमानती
विचारणीय: प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट
(IPC) की धारा 245 को (BNS) की धारा 188 में बदल दिया गया है। - अगर आप चाहे तो लोगो पर क्लिक करके देख सकते है